- निम्स हॉस्पिटल में 72 में से 19 मरीज डिस्चार्ज होकर अपने घर रवाना
- मरीजों ने जाते समय हॉस्पिटल स्टाफ का आभार व्यक्त किया
जयपुर। निम्स हॉस्पिटल में इलाज करा रहे मरीज जब ठीक होकर वार्ड से बाहर निकले तो उनके चेहरे की खुशी अलग ही दिखाई दे रही थी। ऐसा लग रहा था जैसे वे मौत को शिकस्त देकर लौट रहे हों। एक मरीज ने बताया कि कोरोना का नाम सुनकर मैं डर गया था। एडमिट होने के बाद यही डर लग रहा था कि इस बार बच्चों के साथ ईद मनेगी या नहीं। अल्लाह की रहमत और हॉस्पिटल के स्टाफ की मेहनत और मेहरबानी से दोबारा जिंदगी मिल गई। इसके लिए हम दोनों के ही शुक्रगुजार हैं। निम्स हॉस्पिटल में काॅरोना का इलाज करा रहे 72 मरीजों में से 44 मरीजों की रिपोर्ट नेगेटिव आईं जिनमें से 19 की रिपोर्ट दूसरी बार भी निगेटिव आने पर उन्हें हॉस्पिटल स्टाफ ने पुष्प वर्षा कर उनके घर रवाना कर दिया। इस दौरान निम्स हॉस्पिटल के स्टाफ ने उन्हें स्वस्थ रहने की शुभकामनाएं देकर विदा किया। मरीजों ने भी जाते समय हॉस्पिटल स्टाफ का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि खाने और दवाओं के साथ ही साथ स्टाफ ने उनके रोजा इफ्तार आदि का भी पूरा ख्याल रखा।
एक मरीज ने बताया कि मैंने सुना था कि अगर एक बार यह बीमारी किसी को हो जाए तो वह ठीक नहीं होता। इसके कारण मैं बहुत डिप्रेश हो गया था लेकिन हॉस्पिटल के स्टाफ ने मुझे मोटिवेट किया। यहां पूरा ख्याल रखा गया जिसके कारण जान बच गई। यहां बिना जाति और धर्म देखते हुए सभी हॉस्पिटल स्टाफ, नर्सिंग स्टाफ और डाक्टर्स ने हमारा पूरा ध्यान रखा। इसके लिए हम उनके आभारी हैं। एक अन्य मरीज ने बताया कि रमजान के दिनों में अकीदतमंदों को किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई। रोजा इफ्तार और सहरी के लिए हमारी मांग के अनुसार स्टाफ ने खाने आदि की व्यवस्था कर दी जिसके लिए हम उनके तहेदिल से शुक्रगुजार है हैं। वहां हमें इबादत करने के लिए भी पूरी सहूलियत मिली।
निम्स हॉस्पिटल के चेयरमैन डा. बीएस तोमर ने मरीजों को स्वस्थ्य होने पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सेहत के प्रति एहतियात बरतें, अपने परिवार को भी सरकार द्वारा बनाए गए नियमों को गंभीरता से पालन करने की नसीहत दें। जिससे कि उनके सामने ऐसी परेशानी पैदा न हो। उन्होंने कहा कि इस सकारात्मक परिणाम के लिए डाक्टर्स की टीम, नर्सिंग स्टाफ और वे कर्मचारी बधाई के पात्र हैं जिन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना पूरी ईमानदारी और निष्ठा से अपनी ड्यूटी निभाई। निम्स मेडिकल काॅलेज के निदेशक डा. अनुराग तोमर ने बताया कि शुक्रवार को 19 मरीज ठीक होकर अपने अपने घर चले गए। इस दौरान उन्होंने बताया कि रोजेदार मरीजों की सहरी और अफतारी का पूरा ख्याल रखा गया। उनके लिए उसी के अनुसार खाने-पीने की व्यवस्था की गई जिससे कि अकीदतमंदों को किसी तरह की कोई परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि इलाज के दौरान सभी मरीजों ने स्टाफ का पूरा सहयोग किया। उन्होंने काॅरोना मरीजों के इलाज में लगे स्टाफ को धन्यवाद देते हुए कहा कि वे अपनी जान जोखिम में डाल कर मरीजों का इलाज कर रहे हैं, वे बधाई के पात्र हैं। उनकी लगन और दिन-रात की मेहनत से मरीजों को नया जीवन मिला है। इस दौरान मुख्य रूप से प्रो वाइस चांसलर बीआर मीणा, सुप्रीन्टेंडेंट डा. रवि माथुर, नर्सिंग सुप्रीन्टेंडेंट दीपक गुप्ता, मनीषा चोधरी सहित अनेक अधिकारी, नर्सिंग स्टाफ और कर्मचारी मौजूद रहे।