राजसमन्द। सांसद दीया कुमारी ने मार्बल पर जीएसटी दर को कम करने की पैरवी करते हुए लोकसभा में कहा कि मार्बल व्यवसाय अब तक के सबसे कठिन दौर से गुजर रहा है। समकक्ष व्यवसायों पर टैक्स दर कम होने के कारण भी मार्बल पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है जिसका खामियाजा रोजगार के क्षेत्र को भुगतना पड़ रहा है। सांसद दीया कुमारी ने कहा कि राजस्थान मार्बल का सबसे अच्छा उत्पादक प्रदेश है और सघनता के लिहाज से राजसमंद सबसे बड़े क्षेत्रों में से एक है। राज्य की अर्थव्यवस्था में भी मार्बल व्यवसाय का महत्वपूर्ण योगदान है।
गुरुवार को लोकसभा के शीतकालीन सत्र में नियम 377 के तहत मार्बल पर जीएसटी दर को कम करने की मांग का कारण बताते हुए कहा कि मार्बल पर जीएसटी की उच्च दर के कारण मार्बल की खपत कम हो रही है। उपभोक्ता मार्बल पर 18% कर का भुगतान करने के लिए तैयार नहीं हैं क्योंकि मार्बल के समकक्ष व्यवसायों पर टैक्स दर बहुत कम है। टेक्स स्लैब ज्यादा होने के कारण मार्बल उद्योगों पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। खपत कम होने के कारण मार्बल व्यवसायी अपने व्यवसायों को बंद करने के लिए मजबूर हो रहे हैं जिसके परिणामस्वरूप बेरोजगारी बढ़ रही है और मार्बल उद्योग विलुप्त होने की कगार पर है। भारतीय मार्बल उत्पादकों को आयातित संगमरमर से भी कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ता है। सांसद दीया कुमारी ने कहा कि मार्बल पर जीएसटी की दर को कम करना चाहिए ताकि उपभोक्ता और व्यापारी दोनों को राहत मिल सके।