जयपुर। महात्मा गांधी नरेगा योजना में श्रम मद में हो रहे रिजेक्टेड भुगतान के संबंध में शनिवार को एक कार्यशाला इन्दिरा गांधी पंचायती राज संस्थान में आयोजित की गई। कार्यशाला में बताया कि महात्मा गांधी नरेगा अधिनियम के अनुसार श्रमिकों को 15 दिवस में भुगतान किया जाना अनिवार्य है। इस कारण रिजेक्ट हुए भुगतान को अविलम्ब रिप्रोसेस कराया जाना आवश्यक है। योजना अन्तर्गत जिन श्रमिकों का भुगतान रिजेक्ट हो रहा है उसके मुख्य कारण Inactive Aadhar, Dormant A/C, A/C Closed, No Such A/C Incalid Bank Identifier है। इन कारणों हेतु क्या कार्यवाही की जानी है, के सम्बंध में विस्तार से चर्चा की गई। कार्यशाला में पी.सी. किशन आयुक्त, महात्मा गांधी नरेगा, एम.के.एस.एस से निखिल डे एवं टीम, एन.पी.सी.आई से संजय मुखर्जी, एस.बी.आई बैंक से आर.एन. वशिष्ठ, मुख्य प्रबंधक एवं उनकी टीम एवं जिलों से महात्मा गांधी नरेगा योजना में कार्यरत एम.आई.एस. मैनेजर एवं लेखा कार्मिकों ने भाग लिया।
खास बात यह है कि इसमें जूम की तरह 40 मिनट की समयसीमा नहीं है नई दिल्ली। फेसबुक और इन्टेल जैसी कंपनियों को अपने डिजिटल कारोबार में हिस्सेदारी बेचकर अरबों डॉलर जुटाने के बाद अब रिलायंस इंडस्ट्रीज ने जूम को टक्कर देने की तैयारी की है। मुकेश अंबानी की कंपनी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप ‘जियोमीट’ पेश की है, जिसमें असीमित मुफ्त कॉलिंग की सुविधा मिलेगी। रिलायंस के इस कदम को प्रतिद्वंद्वी जूम के साथ ‘कीमत युद्ध’ के रूप में देखा जा रहा है। बीटा परीक्षण के बाद जियोमीट वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप एंड्रॉयड, आईओएस, विंडोज, मैकओएस और वेब पर गुरुवार शाम से उपलब्ध ’है। कंपनी की वेबसाइट के अनुसार जियोमीट पर एचडी ऑडियो और वीडियो कॉल की गुणवत्ता मिलेगी। इसमें एक साथ 100 लोगों को जोड़ा जा सकता है। इसमें स्क्रीन साझा करने, पहले से बैठक का समय तय करने और अन्य फीचर्स है। खास बात यह है कि इसमें जूम की तरह 40 मिनट की समयसीमा नहीं है। कंपनी ने दावा किया कि इसमें कॉल्स 24 घंटे तक जारी रखी जा सकती है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बैठक ‘कूटलेखन’ और पासवर्ड से संरक्षित रहेगी। कंपनी के सूत्रों ने कहा कि जूम पर 40 मिनट से अधिक की ...